बोटोक्स इंजेक्शन के बारे में सच और मिथक

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The truth and myths about Botox injections

बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन कॉस्मेटोलॉजी में सबसे लोकप्रिय प्रक्रियाओं में से एक है (कम से कम अमेरिका में): 2015 में ही 6.7 मिलियन प्रक्रियाएं की गई थीं! इतनी लोकप्रियता के कारण बोटोक्स थेरेपी के बारे में कई मिथक और अफवाहें फैल गई हैं। आज, GoBeauty ब्लॉग आपको बताएगा कि इनमें से क्या सच है और क्या गलतफहमियां हैं।

मिथक 1: बोटुलिनम टॉक्सिन एक ज़हर है, इसे बार-बार लेना खतरनाक है।

सच: बोटोक्स वास्तव में एक ज़हर है, जैसे कि ज्यादातर अन्य दवाएं होती हैं। यहां फर्क़ पड़ता है खुराक का और सही दवा के चुनाव का। बोटुलिनम टॉक्सिन टाइप ए के कई प्रकार होते हैं। इनमें से अधिकांश को यूक्रेन में प्रमाणित और पंजीकृत किया गया है। हालांकि, कॉस्मेटोलॉजिस्ट समय और वैश्विक समुदाय द्वारा प्रमाणित दवाओं जैसे बोटोक्स और डिस्पोर्ट का चयन करने की सलाह देते हैं। इनकी संरचना और प्रभाव ज्ञात होते हैं, उत्पादन और भंडारण प्रक्रियाएं भी सख्त नियंत्रण में होती हैं। अनुभवी चिकित्सक इनकी सूक्ष्मताओं को जानते हैं। सही पेशेवर का चयन करें, तो परिणाम शानदार होगा।

मिथक 2: बोटोक्स इंजेक्शन से चेहरा पत्थर जैसा हो जाता है और सब लोग एक जैसे दिखने लगते हैं।

सच: अगर सही खुराक चुनी गई हो और इंजेक्शन सही स्थानों पर दिया गया हो, तो आपका चेहरा भावशून्य नहीं होगा और आप अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकेंगे। यही डॉक्टर की कला है—सही बिंदुओं और खुराक का चुनाव करना ताकि झुर्रियाँ मिट जाएं, लेकिन आप फिर भी अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकें। इसीलिए विशेषज्ञ का चयन बहुत महत्वपूर्ण है।

मिथक 3: बोटोक्स केवल 30 साल की उम्र के बाद ही लिया जा सकता है।

सच: निर्देशों के अनुसार, बोटुलिनम टॉक्सिन का इस्तेमाल 18 से 65 साल की उम्र के बीच कॉस्मेटिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि 18 साल की उम्र पूरी होते ही आपको डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा। कोई समस्या होनी चाहिए, जिसे ठीक करने की आवश्यकता हो। 18-30 साल की उम्र में आमतौर पर अत्यधिक पसीना आना या मांसपेशियों की अत्यधिक गतिविधि जैसी समस्याएं होती हैं, जिनमें बोटोक्स मदद कर सकता है।

मिथक 4: बोटोक्स के कई साइड इफेक्ट्स होते हैं, इसलिए इसे लेना ठीक नहीं है।

सच: हर दवा के साइड इफेक्ट्स होते हैं। लेकिन अनुभवी पेशेवरों द्वारा किए गए बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन के बाद साइड इफेक्ट्स बहुत दुर्लभ होते हैं। आपको हमेशा लाइसेंसधारी विशेषज्ञों के पास ही जाना चाहिए।

मिथक 5: बोटोक्स के प्रति शरीर की प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है।

सच: लंबे समय तक इंजेक्शन लेने से शरीर में प्राकृतिक एंटीबॉडी का विकास हो सकता है जो बोटुलिज़्म टॉक्सिन के प्रभाव को निष्प्रभावी कर सकता है। लेकिन यह संभावना उन लोगों में होती है, जिन्होंने 10-15 साल तक बार-बार इंजेक्शन लिया हो।